कोलंबो। श्रीलंका के 25 में से करीब 13 जिलों में कम से कम छह लाख लोग वर्ष 2006 के बाद से सबसे भयंकर सूखे का सामना कर रहे हैं। आपदा प्रबंधन केन्द्र के प्रवक्ता प्रदीप कोडिप्पिली ने कहा इन जिलों में पीने के पानी की कमी है और फसलों को नुकसान पहुंचा है। सिंचाई विभाग ने बताया कि देश में ज्यादातर सिंचाई के तालाब सूखे पड़े हैं।
जल प्राधिकरण के अनुसार पेयजल आपूर्ति पर रोक लगाये गए हैं। मौसम विभाग ने कहा कि थोड़ी बारिश की संभावना के साथ 2.0 जनवरी से शुष्क मौसम में अस्थायी रूप से राहत मिलने के आसार है। श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना के कार्यालय ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) और विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने सोमवार को उनसे बात कर सूखा प्रभावित क्षेत्रों को राहत के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता देने का आश्वासन दिया।