बीजिंग। भारत के अग्नि-4 और अग्नि-5 मिसाइल के सफल परीक्षण से चीन बौखला गया है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत अगर इस प्रोग्राम पर आगे बढ़ता है तो चीन चुप नहीं बैठेगा। भारत जानता है कि इन हरकतों से नई दिल्ली-बीजिंग के रिश्ते बिगड़ सकते हैं।
अखबार का यह भी कहना है कि अगर भारत ने ज्यादा इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल बनाईं तो चीन पाकिस्तान को भारत की बराबरी पर लाने में मदद करेगा।
चीन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भारत के मिसाइल कार्यक्रम पर कुछ नहीं कहा है। रिपोर्ट में कहा गया, अगर अमेरिका और यूरोप भारत को न्यूक्लियर पावर का दर्जा देते हैं तो पाकिस्तान को भी यही दर्जा हासिल होना चाहिए।
भारत बन गया है पांचवां देश
अग्नि- 4 और अग्नि- 5 दोनों ही इंटर कॉन्टिनेंटल मिसाइल हैं। अमेरिका, फ्रांस, रूस और चीन के बाद भारत इस तरह की मिसाइल रखने वाला दुनिया का पांचवां देश बन गया है।
क्यों बौखलाया चीन
भारत ने सोमवार को अग्नि-4 का सफल परीक्षण किया था। ये चार हजार किलोमीटर तक टारगेट आसानी से हिट कर सकती है। इसके पहले अग्नि- 5 का टेस्ट किया गया था। ये भी न्यूक्यिलयर वॉरहेड ले जा सकती है। रेंज पांच हजार किलोमीटर है। इसकी जद में पूरा यूरोप और चीन भी हैं।
अग्नि-5 की जद में आधी दुनिया
अमेरिका को छोड़कर पूरा एशिया, अफ्रीका और यूरोप भारत के दायरे में होगा। भारत की इस सबसे ताकतवर मिसाइल की रेंज में पूरा पाकिस्तान, अफगानिस्तान, इराक, ईरान और करीब आधा यूरोप आता है। अग्नि-5 चीन, रूस, मलेशिया, इंडोनशिया और फिलीपींस तक टारगेट पर निशाना लगा सकती है।