अंकारा। तुर्की की राजधानी अंकारा में सोमवार रात रूस के राजदूत आंद्रे कार्लोव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कार्लोव राजधानी की ख्यात कैग्डास सैनैटलर मरकजी आर्ट गैलरी में आयोजित एक समारोह में अपना भाषण दे रहे थे।
हत्यारा गोली मारने के बाद देर तक पिस्टल लहराकर चिल्लाता रहा, ‘अल्लाहू अकबर... हम अलेप्पो में मर रहे हैं... तुम यहां मरो... अलेप्पो को मत भूलो... सीरिया को मत भूलो..!’ हमलावर का नाम सामने नहीं आया है, लेकिन अपुष्ट सूत्रों के अनुसार वह एक पुलिसकर्मी था, जो कार्लोव के ठीक पीछे सुरक्षा उद्देश्य से तैनात था। वारदात के बाद अन्य सुरक्षाकर्मियों ने उसे मार गिराया। इस हमले में कुछ लोग घायल भी हुए हैं।
अस्पताल ले गए, लेकिन जान नहीं बच सकी
रूसी विदेश मंत्रालय ने कार्लोव की हत्या की पुष्टि करते हुए बताया कि गोली लगने से गंभीर रूप से घायल राजदूत को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उन्होंने दम तोड़ दिया। अमेरिका ने भी रूसी राजदूत की हत्या पर दुख जताया है।
पुलिस पहचान पत्र दिखा कर पाया प्रवेश
ऐसी मीडिया रिपोर्ट भी सामने आई हैं कि बंदूकधारी ने आर्ट गैलेरी में प्रवेश पाने के लिए पुलिस पहचान-पत्र का इस्तेमाल किया था।
क्यों हुआ ये हमला
सीरिया में जारी जंग में रूस राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार का समर्थन कर रहा है। रूस द्वारा अलेप्पो में की गई अंधाधुंध बमबारी ने मुस्लिम समुदाय में उसे काफी बदनाम किया है। इस मसले पर तुर्की और रूस के बीच भी तनाव रहा। इस्तांबुल में रूस के वाणिज्य दूतावास के बाहर प्रदर्शन भी हुए हैं, लेकिन हाल ही में दोनों देशों के रिश्तों में कुछ गर्माहट भी आई थी।
तुर्की और रूस की सरकारें अलेप्पो में युद्ध विराम पर मिलकर काम कर रही हैं। अलेप्पो से बचाकर लाए जा रहे लोगों के लिए तुर्की ने सीरियाई सीमा पर रहने का इंतजाम किया है।
उकसाने के लिए की गई हत्या
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने तुर्की में रूस के राजदूत की हत्या को उकसाने के लिए किया गया कृत्य बताते हुए कहा कि इसका उद्देश्य दोनों देशों के बेहतर होते संबंधों को और सीरिया के संकट के हल की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को प्रभावित करना है। पुतिन ने कहा, जो अपराध किया गया, वह निस्संदेह उकसाने के लिए किया गया जिसका उद्देश्य रूस और तुर्की के सामान्य हो रहे संबंधों को और सीरिया में शांति की प्रक्रिया को बाधित करना है।