वाशिंगटन। पाकिस्तान ने कहा है कि वह 1960 की सिंधु जल संधि की व्यवस्थाओं में किसी प्रकार का परिवर्तन स्वीकार नहीं करेगा। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेशी मामलों के सहायक सलाहकार तारिक फातमी ने यह बात शुक्रवार को भारत की इस टिप्पणी के बाद कही कि वह सिंधु जल संधि के क्रियान्वयन को लेकर उत्पन्न मतभेदों को दूर करने के लिए
द्विपक्षीय आधार पर बातचीत के लिए तैयार है। तारिक फातमी ने आरोप लगाया कि भारत सिंधु तथा उसकी तीन सहायक नदियों के पास अपनी जल विद्युत परियोजनाओं को पूरा करने के लिए और अधिक समय चाहता है और द्विपक्षीय वार्ता के नाम पर वह अपने प्रयास को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।