वाशिंगटन। अमेरिका का कहना है कि वह ताइवान को एक चीन का हिस्सा मानने की अपनी पुरानी नीति पर कायम है और वह चीन के साथ किसी भी समझौते का लाभ उठाने के लिए ताइवान का इस्तेमाल नहीं करेगा।
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जोश अर्नेस्ट ने सोमवार को यह बात कही। उनका यह बयान तब आया है जब एक दिन पहले अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ट ट्रंप ने कहा था कि वह नहीं जानता कि अमेरिका 'एक चीन' की नीति से आखिरकार क्यों बंधा है जबकि चीन से इसके बदले किसी प्रकार का कुछ हासिल नहीं हो रहा।
अर्नेस्ट ने संवाददाताओं से कहा, अमेरिका ताइवान के साथ अपने रिश्तों को एक सिर्फ सौदेबाजी की नजर से नहीं देखता है। ताइवान सिर्फ एक लाभ उठाने का स्रोत नहीं है। यह अमेरिका का सबसे निकटतम सहयोगी है। इसको लेकर सौदेबाजी के किसी संभावना से हम दूर है तथा प्रशासन का यह मानना है कि यह हमारे हित में है।