अंतानरावियो। मलेशियाई एयरलाइंस के दो साल पहले लापता हुये विमान 'एमएच 370'के कुछ यात्रियों के परिजन खोज अभियान का जिम्मा अब स्वंय लेना चाहते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि सरकार पूर्वी अफ्रीकी तट के समीप लापता विमान के मलबे के खोज अभियान क्षेत्र के दायरे को बढ़ाएगी। लापता विमान के यात्रियों के समर्थन के लिए बनाए गए समूह वॉइस 370 की प्रवक्ता ग्रेस सुबाथिरई नाथन ने कहा हम इस बारे में कई लोगों से बात करना चाहते हैं।
हम इस संबंध में गैर सरकारी संगठन ,मिशनरी और गिरजाघरों से बात करना चाहते हैं। सुबाथिरई नाथन ने कहा तटवर्ती क्षेत्र में मछुआरे के तौर पर काम कर रहे लोगों से हम बात करना चाहते हैं। हमें उम्मीद है कि कैसे मलबे की पहचान करनी है और उन्हें किस प्रकार इकट्टा करना है ,यह हम उन्हें सिखा सकते हैं। वॉइस 370 को उम्मीद है कि जहां विमान लापता हुआ था और वहां के तटवर्ती क्षेत्रों से मलबे को जमा करने में मलेशिया ,चीन और आस्ट्रेलिया सरकार से इस दौरे से मदद मिलेगी।
नाथन के साथ चार मलेशियाई ,दो चीनी और एक फ्रांसीसी नागरिक संगठनों और स्थानीय समुदायों के बीच इस संबंध में जागरुक करने और मलबे की खोज के लिये शनिवार को मडागास्कर के दौरे पर गए थे। लापता विमान के तीन टुकड़े मॉरीशस और तंजानिया के तटों पर पाए गए थे और पुष्टि भी गई थी
कि यह लापता हुये मलेशियाई एयरलाइंस का ही मलबा है। जांचकर्ता मोजांबिक और दक्षिण अफ्रीका के तटों से बरामद कई टुकड़े की भी जांच कर रहे हैं। गौरतलब है कि 08 मार्च 2014 को एमएच 370 विमान कुआंलालपुर शहर से चीन की राजधानी बींजिग जाने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में चालक दल के सदस्य समेत 239 यात्री सवार थे।