जिनीवा। दुनिया भर में समुद्र में संसाधनों की भरमार है और उनका उत्पादन दुनिया की कुछ बड़ी अर्थव्यवस्था के बराबर है। लेकिन जरूरत से ज्यादा मछली पकड़ने, प्रदूषण व जलवायु परिवर्तन से ये संसाधन अब सिमट रहे हैं। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने यह चेतावनी दी है।
एक नई रिपोर्ट में संरक्षण समूह ने कहा है कि समुद्री संसाधनों से हर साल 2,500 अरब डॉलर की वस्तुओं व सेवाओं का उत्पादन होता। इनकी संपत्तियों का कुल मूल्य इससे दस गुना है।
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ ने कहा कि यदि समुद्र कोई देश होते तो ये ब्रिटेन के बाद दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होते। ब्राजील, रूस और भारत से ये कहीं आगे होते। उसने कहा कि समुद्री संसाधनों का अनुमानित मूल्य 24,000 अरब डालर है। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की 60 पृष्ठ की रिपोर्ट ‘समुद्री अर्थव्यवस्था का पुनरोद्धार’ में ये बातें कही गई हैं।