बीजिंग। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी 24 से 27 मई के बीच चीन की यात्रा करेंगे। इस दौरान वह अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग के साथ बैठक करेंगे और औद्योगिक शहर ग्वांग्झौ में चीन-भारत व्यापार बैठक में हिस्सा लेंगे। मुखर्जी सबसे पहले चीन के बड़े औद्योगिक शहर की यात्रा करेंगे, जिसका भारत के साथ मजबूत व्यापारिक रिश्ता है। इससे पहले उनकी पूर्ववर्ती प्रतिभा पाटिल वर्ष 2010 में चीन की यात्रा पर आई थीं।
भारतीय समुदाय से मुलाकात के अलावा वह भारत में निवेश के अवसरों पर प्रकाश डालने के लिए भारत-चीन व्यापार बैठक को संबोधित करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस कार्यक्रम में भारत और चीन के कई व्यवसायी हिस्सा लेंगे।
इसके बाद वह 25 मई को बीजिंग आएंगे और शी एवं चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग के साथ बैठक करेंगे। इसके अलावा एक सभा को संबोधित करेंगे, जिसके ब्यौरे पर अभी काम चल रहा है। मुखर्जी की यात्रा से दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय यात्राओं की शुरूआत होगी क्योंकि जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधित करवाने की भारत की कोशिशों को बीजिंग द्वारा अवरूद्ध किए जाने जैसे मुद्दों के बावजूद दोनों देश संबंधों को और गहरा बनाना चाहते हैं।