कुआलालंपुर। कई करोड़ डॉलर के वित्तीय घोटाले को लेकर चारों ओर से घिर चुके मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने यह कहते हुए आज अपने पद से इस्तीफा देने से इंकार कर दिया कि वह किसी के बहकावे में आकर देश को बर्बाद नहीं होने देंगे। 70 करोड़ डॉलर के इस घोटाले को लेकर उनके इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शनकारी सप्ताहांत में सड़कों पर उतर आए हैं।
नजीब ने बहु-जातीय मलेशिया के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के प्रदर्शन ‘‘किसी लोकतांत्रित देश में अपने विचार रखने का उचित माध्यम नहीं है।’’ इस अवसर पर टेलीविजन पर सीधे प्रसारित हुए अपने संबोधन में नजीब ने कहा, ‘‘यह देश हमारे उन नायकों के बलिदान पर बना है जिन्होंने सिर्फ इसलिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया ताकि लोग स्वतंत्रता और शांति से अपना जीवन जी सकें।’’
राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर टेलीविजन पर आम तौर पर प्रसारित होने वाले अपने रिकॉर्डेड संदेश के बजाय इस बार नजीब के संबोधन का सीधा प्रसारण हुआ। इसमेंं उन्होंने मलेशिया के लोगों से यह वादा किया कि वह मलेशियाई मुद्रा की कम होती कीमत के बावजूद देश को हारने नहीं देंगे और संकल्प लिया कि वह किसी को देश को बर्बाद नहीं करने देंगे।
सरकार ने आज राजधानी की सड़कों को नए कलेवर में सजाया संवारा और अपने सुरक्षा बलों के साथ रंगारंग समारोहों का आयोजन किया जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। उन्होंने लोगों से सरकार चुनने के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने को कहा और शांति बनाए रखने की वकालत की ताकि वह और उनकी टीम हालिया चुनौतियों से उबरने के रास्तों पर अपना ध्यान केंद्रित कर सकें।