बीजिंग। चीन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका ने ईरान के साथ परमाणु समझौते से पीछे हटने का एकतरफा निर्णय लेकर अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं की अनदेखी की है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा कि अमेरिका ने संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) से पीछे हटने का एकतरफा फैसला लेकर अंतरराष्ट्रीय कानून और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का अपमान किया है।
ईरान के परमाणु समझौते पर संकट मंडराने का मुख्य कारण अमेरिका का ईरान पर अधिकतम दबाव और अन्य पक्षों की ओर से समझौते के क्रियान्वयन में बाधा डाला जाना है। प्रवक्ता ने कहा कि पश्चिम एशिया में बढ़ रहे तनाव के कारण परमाणु समझौते को गंभीर चुनौती मिली है जो क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता बनाये रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य में काम करना चाहिए और जेसीपीओए का संरक्षण कर पश्चिम एशिया में तनाव कम करने में मदद करनी चाहिए। गौरतलब है कि गेंग का बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जेसीपीओए के सदस्य देशों से उससे पीछे हटने का आह्वन किये जाने के बाद आया है। अमेरिका मई 2018 में इस समझौते से बाहर आ गया था और उसके तुरंत बाद उस ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिये थे।