लंदन। इंग्लैंड की राजधानी लंदन के एक ब्रिज में चाकू से हमला करने वाला शख्स कश्मीर में एक आतंकवाद केंद्र स्थापित करना चाहता था ताकि ब्रिटिश आतंकवादियों की नई पीढ़ी वहां आतंकवाद फैला सके। चाकू हमले को अंजाम देने वाला हमलावर बाद में पुलिस की गोली लगने से मारा गया। इससे पहले हमलावार ने दो लोगों की हत्या कर दी और कई अन्य को घायल कर दिया था। बीबीसी न्यूज ने रविवार को यह जानकारी दी। हमलावर की पहचान ब्रिटीश नागरिक उस्मान खान के तौर पर की गयी है जो अरब प्रायद्वीप में अल कायदा की शाखा अनवर अल-अवलाकी के इंटरनेट पर फैलाये गये दुष्प्रचार से प्रभावित था।
अमेरिकी खुफिया विभाग ने अवलाकी की पहचान अल कायदा के येमेनी शाखा के लिए बाहरी अभियानों के प्रमुख के तौर पर की है काम करता था और इंटरनेट के जरिये इस्लामवाद का प्रचार करता था। वह वर्ष 2011 में सीआईए ड्रोन हमले में मारा गया था। आतंकवादी संगठन ने कहा कि उस्मान खान ने शुक्रवार को चाकू घोंपने की घटना को अंजाम दिया था जिसमें उसने दो लोगों को मारा और कई अन्य को घायल किया था। खान इंग्लिश शहर स्टोक के आतंकवादियों के एक समूह का हिस्सा था जिसने लंदन और वेल्श की राजधानी कार्डिफ में आतंकवादियों के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए थे।
खान और उसके स्टॉक ग्रुप ने कश्मीर में एक मस्जिद के सटी जगह में आतंकवादियों को प्रशिक्षित करने की एक भयावह योजना भी बनाई थी। ब्रिटिश न्यायाधीश एलन विल्की ने कहा कि जब उन्होंने 2012 में खान को सजा सुनाई थी तो वह अपने आपकों दूसरों के मुकाबले अधिक जिहादी मानता था। लंदन इवनिंग स्टैन्डर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक आईएस ने अपने दावे को लेकर कोई साक्ष्य नहीं पेश किया है। अंतरराष्ट्रीय खूंखर आतंकवाद संगठन ने शनिवार को दावा किया कि लंदन ब्रिज आतंकी हमला उसे एक लड़ाके ने अंजाम दिया है। आईएसआईएस ने अपनी समाचार एजेंसी अमाक के माध्यम से तामाम और टेलीग्राम ऐप पर प्रकाशित एक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी दी।