इस्लामाबाद। पाकिस्तान के करतारपुर कॉरीडोर पर बनाये गये आधिकारिक गाने के वीडियो में मारे गये तीन खालिस्तानी आतंकवादी नेताओं को दिखाये जाने के बाद एक नया विवाद शुरू हो गया है। पाकिस्तान सरकार ने इस संबंध में एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। इसी वीडियो में प्रधानमंत्री इमरान खान सिखों के महत्वपूर्ण गुरूद्वारा दरबार साहिब करतारपुर की महत्ता रेखांकित करते दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो में सिख श्रद्धालुओं के पाकिस्तान के विभिन्न गुरूद्वारों में मत्था टेकने जाते हुए दिखाया गया है।
लेकिन विवाद तब खड़ा हुआ जब विडियो में खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरवाले, अमरीक सिंह खालसा और मेजर जनरल (बर्खास्त) शाहबेग सिंह को दिखाया गया। तीनों खालिस्तानी नेता 1984 में हुए भारतीय सेना के ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गये थे। खालिस्तान समर्थक नेता भिंडरावाले दमदमी टकसाल नामक धार्मिक संगठन के प्रमुख थे। खालसा एक अन्य खालिस्तानी सिख छात्र नेता थे और उन्होंने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन का नेतृत्व भी किया, जो अब प्रतिबंधित है। शाहबेग सिंह एक बर्खास्त सेना अधिकारी था और ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान भिंडरावाले के साथ वहां मौजूद था।
ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान जून, 1984 में स्वर्ण मंदिर में भारतीय सेना ने तीनों खलिस्तानी आतंकवादियों को मारा था। पिछले साल, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था, ‘‘पाकिस्तान और इसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई पंजाब में सिख आतंकवाद को पुनर्जीवित करने के लिए करतारपुर कॉरिडोर का उपयोग कर सकती हैं।’’ आगामी नौ नवंबर को खोले जाने वाले इस गलियारे में भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए वीजा-मुक्त आवागमन की सुविधा होगी, जिन्हें करतारपुर साहिब जाने के लिए अब केवल एक परमिट प्राप्त करना होगा।
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान दोहरा खेल खेल रहा है। पाकिस्तान की ओर से बुधवार को करतारपुर गुरुद्वारा को लेकर एक आधिकारिक गाना जारी किया गया, लेकिन पाकिस्तान ने इसमें भी खेल किया है। पाकिस्तान की ओर से करतारपुर पर दो वीडियो जारी किए गए हैं, फेसबुक पर अलग और ट्विटर पर अलग है। दोनों ही वीडियो में जरनैल सिंह भिंडरावाले का जिक्र है।