टोक्यो। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद न केवल समाज को नुकसान पहुंचाता है बल्कि इससे अर्थव्यवस्था को भी गंभीर हानि पहुंचती है। बिरला ने जापान के टोक्यो में ‘वैश्विक चुनौतियों के समाधान के प्रयास और एस.डी.जी. की उपलब्धि’ विषय पर आयोजित जी-20 देशों के संसदों के अध्यक्षों के छठे शिखर सम्मेलन में भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व करने के दौरान पीठासीन अधिकारियों के साथ अपने विचार साझा करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि आज विश्व विभिन्न चुनौतियों से जूझ रहा है जो कि न केवल विकास की दिशा में किए जा रहे प्रयासों को रोक रहा है बल्कि मानवता के लिए भी गंभीर खतरा भी पैदा कर रहा है।
बिरला ने कहा कि सबसे पहली और प्रमुख चुनौती आतंकवाद है। आतंकवाद न केवल समाज को नुकसान पहुंचाता है बल्कि इससे अर्थव्यवस्था को भी गंभीर नुकसान होती है और यह मौजूदा विकास को नष्ट कर देता है। उन्होंने कहा कि दूसरी प्रमुख चुनौती जलवायु परिवर्तन की है जो न केवल हमारे ग्रह का स्वरूप बदल रही है बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए गंभीर जोखिमों और अस्थिरता का भी सृजन कर रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर समान और साझी किन्तु अलग-अलग जिम्मेदारियों के सिद्धांत को ध्यान में रखते हुए एक समग्र तरीके से विचार किए जाने की आवश्यकता है।
लोकसभा अध्यक्ष ने यह भी उल्लेख किया कि 2030 एजेंडा और इसके अंतर्गत सतत विकास लक्ष्य भारत की अपनी विकास प्राथमिकताओं को दर्शाते हैं इसीलिए, भारत के राष्ट्रीय विकास के लक्ष्यों तथा ‘सबका साथ, सबका विकास’ के एजेंडे का सतत विकास लक्ष्यों के साथ सामंजस्य है। उन्होंने कहा कि विकास एजेंडे के लक्ष्य को प्राप्त करने की गति को बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने 'स्ट्रेटजी फॉर न्यू इंडिया 75' योजना आरंभ की है जोकि सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है और जिसका उद्देश्य 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाना है।