वाशिंगटन। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सुस्ती के प्रभाव को कम करने के लिए दुनिया भर के देशों से मिलकर प्रयास करने की अपील करते हुये कहा कि वैश्विक विकास को गति देने के लिए बहुस्तरीय पहल की जानी चाहिए। सीतारमण ने शुक्रवार को यहां अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक समूह की वार्षित बैठकों में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भाग लिया। उन्होंने डेवलपमेंट कमेटी के वर्किंग लँच सत्र में भी भाग लिया। यह कमेटी विश्व बैंक और आईएमएफ की मंत्री स्तरी समिति है। इस बैठक में वैश्विक आर्थिक परिदृष्य पर चर्चा की गयी।
इस दौरान सीतारमण ने चर्चा के दौरान हस्तक्षेप करते हुये कहा कि व्यापारिक युद्ध और संरक्षणवाद की नीति से अनिश्चितता का माहौल बना है जिससे अंतत: पूंजी, वस्तुओं और सेवाओं के प्रवाह प्रभावित हुये हैं। उन्होंने पूरी दुनिया में एक आयी इस आर्थिक सुस्ती से निपटने के लिए सम्मलित पहल करने की अपील करते हुये कहा कि वैश्विक विकास को पटरी पर लाने के लिए बहुस्तरीय उपाय किये जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि व्यापार एकीकरण, भू राजनैतिक अनिश्चितता और उच्च स्तर पर पहुंच ऋण से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर सशक्त समन्वय की जरूरत है क्योंकि हमें सुस्ती के एक संकट का रूप धरने तक इंतजार नहीं करना चाहिए।