उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग-उन का अनोखा अंदाज सामने आया है। वह सफेद घोड़ों पर सवार बर्फीली पहाड़ियों में नजर आ रहे हैं। उन्होंने अमेरिका को चेताया भी। किम जोंग उन ने कोरियाई प्रायद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट पाइकेतो पर घुड़सवारी की। सरकारी न्यूज एजेंसी के मुताबिक, उत्तर कोरियाई लोग माउंट पाइकेतो को बहुत पवित्र मानते हैं। किम और उनके पूर्वज कोई भी बड़ा काम करने से पहले यहां आते रहे हैं। 109 साल से उनके परिवार में यह परंपरा चली आ रही है। सबसे पहले 1910 में किम के दादा उत्तर कोरिया के संस्थापक किम द्वितीय सुंग यहां आए थे।
इसके बाद उन्होंने यहां जापान के खिलाफ सैन्य अड्डा बनाया था। सुंग 1945 तक यहां आते रहे। किम परिवार के लोग यहां अक्सर सफेद घोड़े पर आते हैं। सफेद घोड़ा किम परिवार के शौर्य का प्रतीक माना जाता है। किम के पूर्वज जापानी शासकों से लड़ाई के दौरान सफेद घोड़ों पर सवारी करते थे। किम जोंग उन 2018 में भी पाइकेतो आए थे। उसके बाद उत्तर कोरिया और अमेरिका के कूटनीतिक संबंध शुरू हुए थे। किम ने ट्रम्प से मुलाकात की थी। किम जोंग ने पाइकेतो से लौटने पर कहा कि हमें अमेरिका के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। हम बदला लेंगे।
गौरतलब है कि किम के परिवार ने सात दशकों तक उत्तर कोरिया पर शासन किया है। सफेद गोड़ा उनके परिवार के लिए प्रचार का प्रतीक है। सरकारी मीडिया कभी-कभी उन्हें, उनकी बहन और उनके पति को सफेद घोड़ो पर सवारी करते हुए दिखाते रही है। कहा जाता है कि जापान से लड़ने के लिए किंग इल सुंग ने सफेद घोड़े की सवारी की थी। साल 2006 से उत्तर कोरिया पर 11 राउंड के प्रतिबंध लगाए गए थे। साल 2016 के बाद इन प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया गया। जब किम ने हाई प्रोफाइल परमाणु परीक्षण किया।