बगदाद। इराक के प्रधानमंत्री अदेल अब्दुल मेहदी ने बेरोजगारी, सरकारी भ्रष्टाचार और बुनियादी सुविधाओं की कमी के विरोध में देश में शुरू हुई हिंसा के तीन दिन बाद शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों से शांति बनाये रखने की अपील की। मेहदी ने टेलीविजन पर अपने भाषण में कहा कि विरोध-प्रदर्शन में तेजी के कारण लोगों की जानें जा रही हैं और हमें खेद है कि कुछ लोग प्रदर्शन को शांतिपूर्ण राह से हटाने से सफल हुए हैं। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘सुधारों के लिए आपकी मांग और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई हम तक पहुंच चुकी है। हम हर वैध अनुरोध को पूरा करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार झूठे वादे नहीं करेगी।
प्रधानमंत्री ने जरूरतमंद परिवारों को स्टाइपेंड देने का वादा किया और प्रदर्शनकारियों से कानून का पालन करने की अपील की क्योंकि राजधानी बगदाद और दक्षिणी इराकी शहरों में विरोध-प्रदर्शन ने हिंसक रूप अख्तियार कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें सभी प्रांतों में जनजीवन पटरी पर लाना होगा और कानून का सम्मान करना होगा। सुरक्षा अधिकारियों को प्रदर्शनों के कारण अस्थायी कर्फ्यू समेत कई मुश्किल विकल्प अपनाने पड़ रहे हैं। गौरतलब है कि यह विरोध-प्रदर्शन मंगलवार को राजधानी बगदाद से शुरू हुआ और धीरे-धीरे अन्य प्रांतों में फैल गया। हिंसक प्रदर्शनों में मारे गये लोगों की संख्या शुक्रवार को 26 से बढ़कर 38 हो गयी। प्रदर्शनों के दौरान बगदाद में पुलिस के साथ झड़प और हिंसा की वारदात भी सामने आयी हैं।
अन्य इराकी प्रांतों में भी विरोध प्रदर्शन जारी है तथा इस दौरान उत्तेजित प्रदर्शनकारियों ने कई प्रांतीय सरकारी इमारतों और प्रमुख राजनीतिक दलों के कार्यालयों पर हमला किया और उनमें आग लगा दी। बगदाद में गुरुवार तड़के पांच बजे से कर्फ्यू लागू होने के बावजूद दिन भर छिट-पुट विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इराकी रक्षा मंत्री नजाह अल-शम्मारी ने बुधवार को एक बयान में कहा कि उन्होंने देश की संप्रभुता का संरक्षण करने और सभी विदेशी दूतावासों और इराक में सक्रिय राजनयिक मिशन की रक्षा के लिए इराकी सशस्त्र बलों के लिए अलर्ट जारी करने का फैसला किया है।