इस्लामाबाद। तुर्की ने अपने सहयोगी देश पाकिस्तान को बेचे जाने वाले युद्धपोत का निर्माण कार्य शुरू किया दिया है। दोनों देशों ने इसके लिए 2018 में एक करार पर हस्ताक्षर किया था। सोमवार को आई एक खबर में यह दावा किया गया है। तुर्की के समाचार आउटलेट टीआरटी वर्ल्ड ने इस बात की जानकारी दी है। इस मौके पर एर्दोगन ने तुर्की रक्षा उद्योग में एक नए युद्धपोत को भी शामिल किया। तुर्की के राष्ट्रपति के अनुसार, तुर्की दुनिया भर में केवल 10 देशों में से एक था जो राष्ट्रीय क्षमताओं का उपयोग करके युद्धपोतों का निर्माण, डिजाइन और रखरखाव करने में सक्षम था।
तुर्की की एक न्यूज वेबसाइट ने दावा किया है कि तुर्की की नौसेना के लिए कमीशन किए गए युद्धपोत का नाम TCG Kinaliada है जबकि पाकिस्तान के लिए बनाया जा रहे वॉरशिप का नाम MILGEM है। इस अवसर पर बोलते हुए, एर्दोगन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पाकिस्तान उस नौसैनिक युद्धपोत से लाभान्वित होगा। उन्होंने कहा, "शानदार जीत से समृद्ध हमारी नौसेना भविष्य में इस विरासत को और मजबूत कर रही है। उन्होंने कहा कि तुर्की को रक्षा क्षेत्र की उपलब्धियों पर गर्व है। उल्लेखनीय है कि जुलाई 2018 में पाकिस्तान नेवी ने तुर्की से चार MILGEM श्रेणी के जहाजों के अधिग्रहण के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किया था।