वाशिंगटन। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मूलर जांच के स्रोतों के बारे में पता लगाने के लिए ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से बात की थी और उनसे मदद मांगी थी। न्यूयॉर्ट टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार ट्रम्प ने हाल में मॉरिसन को फोन किया था और उनसे अमेरिका न्याय विभाग के लिए सूचनाएं एकत्रित करने को कहा था। ऑस्ट्रेलिया ने मंगलवार सुबह कहा कि ऑस्ट्रेलिया ई सरकार जांच के मामलों में सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर रही है। उधर, गार्नियर अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि मॉरिसन ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प से बातचीत की पुष्टि की है। इससे पहले अमेरिका के न्याय विभाग की प्रवक्ता केरी कुपेक ने सोमवार को कहा था कि अटॉर्नी जनरल विलियम बर ट्रम्प से मूलर की जांच के स्रोतों का पता लगाने के लिए विभागीय जांच टीम गठित करने और इसके लिए विदेशी राष्ट्रों से सम्पर्क करने को कहा है।
विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मूलर ने वर्ष 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के हस्तक्षेप और ट्रंप के प्रचार अभियान में उसकी मिलीभगत के आरोपों की करीब दो साल की जांच पर अपनी रिपोर्ट श्री बर को सौंपी है, जिसे उजागर करने की मांग उठ रही है। उल्लेखनीय है डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने ट्रम्प के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू की है। डेमोक्रेटिक सांसदों का कहा है कि ट्रम्प ने एक विदेशी सरकार से अपने चुनाव अभियान में मदद ली थी। उधर, ट्रम्प ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान किसी तरह के गलत काम को करने से इंकार किया है और डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों पर अपने खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है।