काबुल। अफगानिस्तान सरकार ने देश में जारी शांति प्रक्रिया के लिए राष्ट्रपति चुनाव कराये जाने पर जोर दिया है। राष्ट्रपति प्रेस सेवा ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा, ‘‘अफगानिस्तान की सरकार राष्ट्रपति चुनाव 28 सितंबर को कराने के अपने रुख को दोहराती है ताकि मतदान के जरिये एक वैध सरकार के गठन और शांति प्रक्रिया में आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त हो सके।
राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि अफगानिस्तान तालिबान के हमलों को शांति प्रक्रिया के मार्ग की सबसे बड़ी बाधा मानता है। अफगानिस्तान हमेशा इस बात पर जोर देता रहा है कि वास्तविक शांति स्थापना तभी संभव है जब तालिबान निदोर्ष लोगों की हत्याएं करना बंद करे, संघर्ष विराम को अपनाये तथा सरकार के साथ सीधी बातचीत करे। बयान में अमेरिका और अन्य सहयोगी देशों को अफगानिस्तान में शांति स्थापना की कोशिशों के लिए धन्यवाद दिया गया तथा इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया गया।