मालदीव। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि मालदीव सरकार समावेशी और पारदर्शी दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है और इससे उसका लोकतंत्र और मजबूत हुआ है। बिरला ने बुधवार को यहां की संसद ‘पीपुल्स मजलिस’ के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद से मुलाकात की और जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माले दौरे का हवाला देते हुए इस बात पर खुशी जताई कि पिछले कुछ महीनों में समावेशी विकास और पारदर्शी दृष्टिकोण अपनाए जाने के कारण मालदीव में लोकतंत्र ने स्वयं को और मजबूत किया है। बिरला दक्षिण एशियाई देशों की संसदों के अध्यक्षों के चौथे शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल के साथ पिछले सप्ताह यहां आए थे।
उन्होंने कहा कि भारत और मालदीव के साझा ऐतिहासिक जातीय, भाषाई, सांस्कृतिक, धार्मिक और कारोबारी रिश्ते हैं जिनके कारण दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण और बहुआयामी द्विपक्षीय संबंध रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी दोनों देश आपसी संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे। बिरला ने दक्षिण एशियाई देशों की संसदों के अध्यक्षों के चौथे शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए नशीद को बधाई दी और आशा जताई कि उनके कुशल नेतृत्व में मालदीव में लोकतंत्र की जड़ें तथा संसदीय परंपराएं और मजबूत होंगी।
उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्य और जलवायु परिवर्तन जैसे खास वैश्विक मुद्दों पर मालदीव के साथ मिलकर कार्य करने का अनुभव काफी सुखद रहा। उन्होंने कहा कि वह मालदीव के युवा और उत्साही संसद सदस्यों से मिलकर काफी प्रभावित हुए हैं और उन्होंने नशीद को बहुदलीय शिष्टमंडल के साथ संसद के शीतकालीन सत्र में भारत का दौरा करने का निमंत्रण भी दिया।