25 Apr 2024, 05:59:58 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android
news » World

दक्षिण एशियाई संसदीय सम्मेलन में कश्मीर मुद्दा उठाने पर पाकिस्तान की दुनिया में फिर किरकिरी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 1 2019 8:59PM | Updated Date: Sep 1 2019 8:59PM
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

माले। मालदीव में चौथे दक्षिण एशियाई संसदीय अध्यक्षों के सम्मेलन के दौरान रविवार को पाकिस्तानी प्रतिनिधि की ओर से कश्मीर मुद्दा उठाने का भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि ऐसे मंच पर भारत के ‘आंतरिक मामले’ को उठाने का कोई औचित्य ही नहीं है। इसके साथ ही कश्मीर पर दुनिया के समक्ष एक बार फिर पाकिस्तान की जोरदार किरकिरी हुई है। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश ने कहा,‘‘हम ऐसे मसलें को इस मंच पर उठाए जाने का विरोध करते हैं और इसके राजनीतिकरण को साफ नकारते हैं तथा यह इस सम्मेलन की सोच से भी मेल नहीं खाता है।’’
 
हरिवंश ने कहा,‘‘क्षेत्रीय शांति एवं स्थिरता के हित में पाकिस्तान की ओर से सीमा पार आतंकवाद और सभी प्रकार की सरकारी मदद को तुरंत रोके जाने की जरूरत है।’’ मालदीव की संसद में रविवार को एशिया स्पीकर्स  समिट के दौरान भारत ने पाकिस्तान के आतंकवाद एजेंडे को नाकाम कर दिया। भारत  ने पाकिस्तान को आतंकवाद के साथ-साथ पीओके के मुद्दे पर भी घेरा। हरिवंश ने पाकिस्तान असेंबली की डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी को  ने केवल  कश्मीर का मुद्दा उठाने से रोका बल्कि पाकिस्तान की बखिया भी उधेड़ दी। ‘सतत  विकास लक्ष्यों की प्राप्ति’ विषय पर दक्षिण एशियाई देशों की संसदो के  अध्यक्षों के चौथे शिखर सम्मेलन का आयोजन मालदीव में आयोजित हो रहा है।  भारत की ओर से सर्व हरिवंश और बिरला जबकि पाकिस्तान की ओर से  सूरी  और सीनेटर कुरात अल ऐन ने हिस्सा लिया।
 
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के  स्पीकर ने कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए कहा,‘‘जुल्मो सितम के शिकार कश्मीरियों की हालत को नजरअंदाज नहीं जा सकता और इनके खिलाफ जारी नाइंसाफ का  हिसाब करना होगा।’’ सूरी को  हरवंश ने बीच में रोकते हुए कहा,‘‘हम इस फोरम पर भारत के आंतरिक मुद्दे को उठाने का कड़ा विरोध करते हैं।  हम इस फोरम के राजनीतिकरण का विरोध करते हैं। आतंकवाद दुनिया के लिए बड़ा  खतरा है। पाकिस्तान को क्षेत्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए सीमा पार  आतंकवाद को रोकना होगा। किसी भी लिखित बयान को सर्वसम्मति से जगह नहीं  मिलनी चाहिए।’’ 
 
उन्होंने कहा कि आतंकवाद आज पूरी दुनिया में मानवता के लिए ‘सबसे बड़ा खतरा’ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सत्र की कार्यवाही से कश्मीर स्थिति के संदर्भ को हटा दिया जाए। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अगुवाई में दो दिवसीय चौथे दक्षिण एशियाई संसदीय अध्यक्षों के शिखर सम्मेलन के लिए भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का माले आगमन हुआ है। लोकसभा की महासचिव स्रेहलता श्रीवास्तव और राज्यसभा के महासचिव  देश दीपक वर्मा भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा हैं। भारत और पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, म्यांमार, नेपाल और श्रीलंका के पीठासीन अधिकारियों ने स्पीकर फोरम का गठन किया है।
 
  • facebook
  • twitter
  • googleplus
  • linkedin

More News »