थिम्पू। भूटान दौर पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भूटान के 'रॉयल विश्वविद्यालय' में छात्रों को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भूटान के छात्रों में असाधारण चीजें करने की शक्ति एवं क्षमता है, जो कि भावी पीढ़ी को प्रभावित करेगा। प्रधानमंत्री ने इस दौरान अंतरिक्ष और डिजिटल भुगतान जैसे नए क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच व्यापक सहयोग का प्रस्ताव भी रखा।
पीएम मोदी ने उनसे लगन से काम करने और हिमालयी देश को ऊंचाइयों पर ले जाने को कहा। उन्होंने कहा कि आज भारत में कई ऐतिहासिक बदलाव हुए। मोदी ने कहा कि मौजूदा समय में दुनिया में अवसरों की कमी नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2022 तक किसी भारतीय को अंतरिक्ष में भेजेंगे, भूटान के वैज्ञानिक भी सैटेलाइट बनाएं। उन्होंने कहा कि भारत का चंद्रयान-2 चांद की तरफ बढ़ रहा है। मोदी ने कहा कि भारत में चार हजार से ज्यादा भूटान के छात्र हैं।
मोदी ने कहा कि विश्व आज पहले से कई अधिक अवसर मुहैया कराता है। आप में असाधारण चीजें करने की शक्ति एवं क्षमता है, जो भावी पीढ़ी को प्रभावित करेगी। अपनी रुचि को पहचानें और पूरे जुनून के साथ उसपर काम करें।' इस दौरान कई मंत्री, सांसद और वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने आगे कई चुनौतियां आने का उल्लेख करते हुए कहा कि हर चुनौती का उन्नत समाधान निकालने, उससे उबरने के लिए हमारे पास अपना युवा मस्तिष्क है।' उन्होंने छात्रों से कहा कि कोई सीमा आपको रोक न पाए। मैं आपको कहना चाहता हूं कि युवा होने के लिए इससे सही समय कोई नहीं हो सकता।'
मोदी ने कहा कि जैसा कि भूटान अपने प्रयासों में उच्च स्तर पर है, आपके 1.3 अरब भारतीय मित्र केवल आपको गर्व एवं खुशी के साथ नहीं देखेंगे। बल्कि वे आपके साथी बनेंगे, आपका साथ देंगे और आपसे सीखेंगे। प्रधानमंत्री ने भारत के कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक परिवर्तनों का सामना करने का जिक्र करते हुए कहा कि भारत स्कूलों, अंतरिक्ष से लेकर डिजिटल भुगतान, आपदा प्रबंधन तक नए मोर्चे पर बड़े पैमाने पर सहयोग करने को इच्छुक है। उन्होंने कहा कि हमने दक्षिण एशिया उपग्रह के थिम्पू ग्राउंड स्टेशन का उद्घाटन किया और अपने अंतरिक्ष सहयोग का विस्तार किया।