सिंगापुर। सिंगापुर में भारतीय मूल के एक पूर्व सामाजिक कार्यकर्ता को लगातार दो दिनों तक एक गृहणी के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप में आज चार महीने जेल की सजा सुनाई गई है। द स्ट्रेट टाइम्स की खबर के अनुसार, वीरासामी मारीमुथू (53) ने इस साल छह जनवरी को 39 वर्षीय पीड़िता के शील भंग करने का एक आरोप कबूला था और उस पर लगा अन्य आरोप विचाराधीन है।
वीरासामी आंग मो कियो फैमिली सर्विस सेंटर में सहायक के तौर पर काम करता था और उसका मुख्य काम आंग मो कियो पब्लिक हाउसिंग इस्टेट की आने वाले परिवारों का आकलन करना था कि उन्हें मदद की जरूरत है या नहीं। पीड़िता विवाहित है और उसके दो बच्चे भी हैं। वह सहायता योजना की लाभार्थी थी और उसे सेंटर से खाद्य राशन मिलता था।
पांच जनवरी को वीरासामी पीड़िता के घर गया था और उसने गलत इरादों से जबरन उसका हाथ छूने की कोशिश की थी। अगले दिन वह फिर उसके घर गया और उसके फ्लैट में यह कहकर घुसा कि वह उसके बच्चों की स्कूल की जरूरतों के संदर्भ में बात करना चाहता है। सोफा पर उसकी बगल में बैठकर आरोपी ने उसके साथ छेड़छाड़ की कोशिश की।
घटना तब प्रकाश में आया जब पीड़िता ने दो दिन बाद सर्विस सेंटर में एक सलाहकार को ये बातें बताईं। डिस्ट्रिक्ट जज सैलिना इशक ने उप सरकारी वकील जोशुआ लिम की बात पर सहमति जताई जिसने घटना का विवरण दिया है।
उन्होंने कहा, आरोपी एक सामाजिक कार्यकर्ता है और माना जाता है कि वह पीड़ित को मदद मुहैया कराने वाला था न कि उसे डराने या हानि पहुंचाने के लिए था। उसने उसके विश्वास का हनन किया और यह अपराध उसने एक बार नहीं बल्कि दो बार किया। वीरासामी शादीशुदा है और उसकी कोई संतान नहीं है। इस कृत्य के लिए उसे दो साल तक की जेल की सजा और जुर्माना लगाया गया है।