मास्को। अमेरिका ने ईरान को और अधिक कड़े आर्थिक एवं कूटनीतिक प्रतिबंधों का सामना करने की चेतावनी दी है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने एक वक्तव्य जारी कर कहा है कि ईरान जब तक हिंसा का रास्ता छोड़कर कूटनीति को प्राथमिकता नहीं देगा तब तक उसे कड़े आर्थिक एवं कूटनीतिक प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा। पोम्पियो ने कहा, जब तक ईरान के सत्ताधारी हिंसा का मार्ग छोड़ने का फैसला कर हमारे साथ कूटनीतिक संपर्क स्थापित नहीं करते हैं, तब तक ईरान को कूटनीतिक रूप से अलग-थलग करने और उस पर कड़े आर्थिक एवं कूटनीतिक प्रतिबंध लगाने की हमारी नीति जारी रहेगी।’’
गौरतलब है कि ओमान की खाड़ी में कुछ दिनों पहले होरमुज जलडमरूमध्य के नजदीक दो तेल टैंकरों अल्टेयर और कोकुका करेजियस में विस्फोट की घटना और ईरान द्वारा अमेरिका के खुफिया ड्रोन विमान को मार गिराने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गॉर्ड्स कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने एक बयान में कहा था कि उसने गुरुवार को एक अमेरिकी खुफिया ड्रोन विमान को मार गिराया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गत वर्ष मई में ईरान परमाणु समझौते से अपने देश के अलग होने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते बहुत ही तल्ख हो गये हैं। इस परमाणु समझौते के प्रावधानों को लागू करने को लेकर भी संशय की स्थिति बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में ईरान ने अमेरिका, चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। समझौते के तहत ईरान ने उस पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों को हटाने के बदले अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जतायी थी।