माले। भारत और मालदीव ने अपने सैन्य संबंधों को विस्तार देते हुए हिन्द महासागर में तटीय निगरानी राडार का शनिवार को यहां शुभारंभ किया और वाणिज्यिक पोतों की सुरक्षा तथा जलीय सर्वेक्षण के लिए दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच सहयोग के समझौतों पर हस्ताक्षर किये। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहली पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा के मौके पर राष्ट्रपति मोहम्मद इब्राहिम सोलिह के साथ उनकी प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों देशों ने सहयोग के छह करारों पर हस्ताक्षर किये। इन समझौतों में भारतीय नौसेना एवं मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल के बीच जलीय सर्वेक्षण एवं वाणिज्यिक पोतों की सुरक्षा के लिए सहयोग, स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग, मालदीव के दो बंदरगाहों पर यात्री एवं कार्गों सेवा आरंभ करने, सीमाशुल्क प्रबंधन में क्षमता विस्तार तथा मालदीव के लोकप्रशासकों के करार शामिल हैं।
इससे पहले दो दिन की यात्रा पर माले पहुंचने पर सोलिह ने मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया। मालदीव के राष्ट्रपति ने मोदी को किसी विदेशी मेहमान को दिये जाने वाला सर्वोच्च सम्मान निशान इज्जुद्दीन से अलंकृत भी किया। मोदी ने क्रिकेट प्रेमी सोलिह को विश्व कप में खेल रही भारतीय क्रिकेट टीम के हस्ताक्षर वाला बल्ला भेंट किया। दोनों नेताओं ने हिन्द प्रशांत क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा को दोनों देशों की समृद्धि एवं प्रगति के लिए जरूरी बताते हुए मालदीव रक्षा बल के समग्र प्रशिक्षण केन्द्र और तटीय निगरानी की रडार प्रणाली का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने बैठक के बाद अपने वक्तव्य में भारत एवं मालदीव के बीच मित्रता के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘हमारे दोनों देशों को हिन्द महासागर की लहरों ने हजारों साल से घनिष्ठ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों में बांधा है। यह अटूट मित्रता मुश्किल समय में भी हमारी मार्गदर्शक बनी है। 1988 में बाहरी हमला हो या सुनामी जैसी कुदरती आपदा या फिर हाल में पीने के पानी की कमी।
भारत हमेशा मालदीव के साथ खड़ा रहा है और मदद के लिए सबसे पहले आगे आया है।’’ मोदी ने बातचीत के परिणामों की जानकारी देते हुए कहा कि हम अड्डू में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास और ऐतिहासिक जुम्मा मस्जिद के संरक्षण पर सहयोग के लिए भी सहमत हुए है। दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए, हम भारत में कोच्चि और मालदीव में कुलधुफशी और माले के बीच नौका सेवा शुरू करने पर भी सहमत हुए हैं। उन्होंने मालदीव मे रुपये कार्ड जारी करने की मंशा का इजहार करते हुए कहा कि इससे भारतीय पर्यटकों की संख्या मे वृद्धि होगी। इस बारे मे दोनों देश शीघ्र कदम उठाएंगे।