नई दिल्ली। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण उनके सपनों की परियोजना है और अगले तीन साल में इस मार्ग का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा तथा इस मार्ग पर 12 घंटे में सफर पूरा किया जा सकेगा। गडकरी ने यहां परिवहन भवन में स्वचालित कार पार्किंग में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सहयोग से निर्मित ‘रूप टॉप कैफे’ का उद्घाटन करते हुए कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर प्राथमिकता के साथ काम किया जाएगा और तीन साल में इस परियोजना का निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाएगा। इस परियोजना पर एक लाख करोड़ रुपए खर्च आने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि परियोजना पर काम पूरा होने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और देश की वाणिज्यिक राजधानी मुंबई के बीच की दूरी 1300 किलोमीटर की होगी और इस मार्ग पर सफर 12 या साढे 12 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। अभी इस मार्ग पर 28 घंटे का समय लगता है। नये एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद दोनों महानगरों के बीच की दूरी 120 किलोमीटर कम हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तीन साल बाद जब इस मार्ग का निर्माण पूरा हो जाएगा तो ट्रकों को यह सफर पूरा करने में 25-26 घंटे का समय लगेगा। अभी ट्रकों को दोनों महानगरों के बीच की दूरी तय करने में 40 से 45 घंटे का समय लगता है। उन्होंने कहा कि इस मार्ग की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे आदिवासी और पिछड़ें इलाकों से जोड़ा गया है। वहां जमीन सस्ती मिली और भूमि का अधिग्रहण आसानी से हो गया। उन्होंने कहा कि आदिवासी तथा पिछड़े क्षेत्रों से एक्सप्रेसवे बनने से इन इलाकों का भी विकास हो सकेगा।