झांसी। उत्तर प्रदेश के झांसी में पिछले माह एक हत्या को अंजाम देकर फरार दो ईनामिया अपराधियो को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. ओ पी सिंह ने रविवार को बताया कि जिले के टहरौली थानाक्षेत्र में बघेरा गांव निवासी राजेश उर्फ पप्पू पटेल की हत्या के आरोपी मानसिंह घोष और रघुवीर घोष को मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर आज मध्यप्रदेश में जतैरा थाना के बैदपुर गांव में एक खेत के बाहर कुएं के पास से गिरफ्तार किया गया। इस हत्याकांड में कुल नौ आरोपियों में से छह पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन आरोपी फरार थे जिसमें से जिन दो को आज गिरफ्तार किया गया है इन पर 25 -25 हजार का ईनाम था जबकि हत्या का मुख्य आरोपी चरण सिंह चंदेल अब भी फरार है जिस पर 50 हजार का ईनाम है।
पुलिस पूरी सरगरमी के साथ उसकी भी तलाश में लगी है। पकडे गये आरोपियों के खिलाफ इस हत्या के अलावा और कोई मामला दर्ज नहीं है यह दोनों सगे भाई हैं जो मध्यप्रदेश के टीकमगढ जिले के बैदपुर गांव के ही रहने वाले हैं। गौरतलब है कि वर्ष 2011 में मुख्य आरोपी चरण सिंह पटेल का मृतक राजेश उर्फ पप्पू पटेल निवासी टहरौली में विवाद हुआ था। विवाद के दौरान चरण सिंह ने मृतक राजेश पर फायरिंग करते हुए हमला किया था। जिसमें राजेश उस दौरान बाल-बाल बच गया था, जिसका स्थानीय थाने में मामला दर्ज कराया था। मामला दर्ज होने के बाद दोनों के बीच समझौता करा दिया गया था। समझौते के बाद भी चरण सिंह राजेश से बदला लेना चाहता था।
जिस कारण चरण सिंह ने अपने साथी दीनदयाल उर्फ माते निवासी बघैरा, रविन्द्र उर्फ बब्बू निवासी मोहरा थाना जतारा, रहीश, उदय, धर्मदास पाल, जाहर घोष, मानसिंह घोष और दीपेश घोष के साथ मिलकर जान से मारने की योजना बनाई।योजना के तहत राजेश को 3 अप्रैल 2019 को समझौते के बहाने दोबारा बुलाया और नशीली कोल्डड्रिंक पिलाकर बेहोश कर दिया। इसके बाद उसकी रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। इतना हीं नहीं मृतक की पहचान छिपाने के लिए पेट्रोल डालकर अधजला कर दिया और कुल्हाड़ी से हमला कर दोनों पैर के घुटने काट डाले थे। इसके बाद शव को मध्य प्रदेश में टीकमगढ़ जिले के बलेदवगढ़ थानान्तर्गत परेवाहार फूटन के जंगल में गाढ़ दिया था। इस मामले में छह हत्यारोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है।