नई दिल्ली। म्यांमार में एक बड़ी हवाई दुर्घटना में 89 यात्रियों की जान बाल-बाल बची। दरअसल, म्यांमार एयर लाइन के एक विमान का लैंडिंग गियर फेल होने के बाद पायलट ने उसकी इमरजेंसी लैंडिंग कराई। मिली जानकारी के अनुसार फ्लाइट संख्या यूबी-103 में कुल 89 लोग सवार थे। एक अधिकारी ने बताया कि लैंडिंग गियर फेल होने के कारण विमान का अगला पहिया नहीं खुला जिसकी वजह से विमान की आपात लैंडिंग करानी पड़ी। हालांकि इस हादसे में कोई भी हताहत नहीं हुआ है, लेकिन अगले पहियों के बिना रनवे पर दौड़ते विमान में आग लगने और विमान के टूटने का खतरा ज्यादा होता है।
ऐसी परिस्थितियों में जनहानि की आशंका ज्यादा होती है, लेकिन नाक के सहारे रनवे पर घिसटता हुआ विमान रुका तो सब की सांस में सांस आई। म्यांमार में एक हफ्ते में ऐसा दूसरी बार है जब विमान में खराबी के बाद इमरजेंसी लैंडिंग की घटना हुई है। अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या यूबी-103 के एम्बरर-190 मॉडल की यह आपात लैंडिंग सुबह नौ बजे मंडाले शहर के एयपोर्ट पर हुई। म्यांमार के नागरिक उड्डयन विभाग के उप महानिदेशक ये हुत आंग ने एएफपी को बताया कि पायलट ने विमान के सामने लैंडिंग गियर को खोलने की बार-बार कोशिश की।
उसने पहले अपने कंप्यूटर सिस्टम के जरिए फिर मैन्युअली गियर को खोलने का प्रयास किया लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद उसने बड़ी सूझबूझ के साथ केवल पिछले पहियों के सहारे ही विमान की लैंडिंग कराई। विमान में सवार एक यात्री ने बताया कि लैंडिंग के दौरान चिनगारी के साथ धुआं निकला और विमान दूर तक घिसटता चला गया। इससे पहले, बीते बुधवार को एक तूफान के दौरान यंगून में बीमन बांग्लादेश एयरलाइंस के विमान की क्रैश लैंडिंग हुई थी। इस हादसे में 11 लोग घायल हो गए थे। म्यांमार में मानसून के कारण पहले भी विमान हादसे होते रहे हैं. साल 2017 में अंडमान सागर में सेना का एक विमान क्रैश हो गया था जिसमें 122 लोग सवार थे। इसे देश का सबसे बड़ा विमान हादसा माना जाता है।