कराची। पाकिस्तान मंत्रिमंडल ने दुनिया भर में प्रसिद्ध इंडियन प्रीमियर लीग ट्वंटी 20 टूर्नामेंट के पाकिस्तान में प्रसारण पर रोक लगाने का मंगलवार को निर्णय लिया। पाकिस्तान के सूचना एंव प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा, ‘‘राजनीतिक मतभेदों का खेल पर कोई असर नहीं होना चाहिए लेकिन हमने पाकिस्तान के नागरिकों, कलाकारों तथा क्रिकेट खिलाड़ियों के प्रति भारत का रवैया देखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच के दौरान भारतीय क्रिकेट खिलाड़यिों का सेना की टोपी पहनना किसी भी हाल में उचित नहीं था।’’ चौधरी ने साथ ही कहा कि पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान सुपर लीग के चौथे संस्करण के बीच में आधिकारिक भारतीय प्रसारणकर्ताओं ने प्रसारण बंद कर लीग को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी।
चौधरी ने कहा कि प्रसारण मंत्रालय ने आईपीएल पर कैबिनेट बैन का प्रस्ताव दिया है और जैसे ही मंत्रिमंडल बैन की पुष्टि कर देता है तो पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी यह सुनिश्चित करेगी कि आईपीएल मैचों को टीवी चैनल पर नहीं दिखाया जाए। उल्लेखनीय है कि पीएसएल के भारत में आधिकारिक प्रसारणकर्ता डी स्पोर्ट ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट टूर्नामेंट के प्रसारण को भारत में विरोध स्वरूप बंद कर दिया था। भारतीय कंपनी आईएमजी रिलायंस ने भी पीएसएल के दुनिया भर में प्रसारण के करार को समाप्त कर दिया था जिसके कारण टूर्नामेंट के बीच में ही पीएसएल के अधिकारियों को नया प्रसारणकर्ता कंपनी तलाशनी पड़ी थी।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी भारतीय क्रिकेट के खिलाफ आस्ट्रेलिया से वनडे सीरीज के दौरान मैच में सेना की कैप पहनने को लेकरअंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद में शिकायत कर दी थी। पाकिस्तान में आईपीएल को काफी पसंद किया जाता है और उसके बड़ी संख्या में प्रशंसक हैं, वहीं भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़यिों की भी पाकिस्तान में काफी लोकप्रियता है। हालांकि आतंकवाद के चलते दोनों देशों के रिश्तों में काफी कड़वाहट आयी है। वर्ष 2008 में हुये मुंबई हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीजÞ नहीं हुयी है।