वाशिंगटन। आतंकवाद के मुद्दे पर अमेरिका ने चीन को खरीखोटी सुनाई है। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि मुसलमानों के मुद्दे पर चीन के पाखंड को दुनिया बर्दाश्त नहीं कर सकती है। एक तरफ चीन अपने यहां मुसलमानों को डिटेंशन कैंप में रखे हुए है तो दूसरी तरफ उग्र इस्लामी आतंकी संगठनों को बचाता रहता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद जब आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने की दिशा में आगे बढ़ता है तो चीन रुकावट बन जाता है।
माइक पोंपियो ने कहा कि हाल ही में जब आतंकी मसूद अजहर का अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की कवायद शुरू हुई तो चीन के रुख को दुनिया ने देखा। फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका की तरफ से मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित करने की दिशा में प्रस्ताव लाया गया। लेकिन चीन ने पहले की तरह तकनीकी आधार पर वीटो लगा दिया। मसूद अजहर को अगर अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया गया होता तो उसकी संपत्तियों और आवाजाही पर लगाम लग जाती। लेकिन ऐसा नहीं हो सका।