मॉस्को। रूस के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि केर्च स्ट्रेट मामले के बाद यूरोपीय संघ की ओर से रूस के अधिकारियों पर नये प्रतिबंध लगाया जाना उनके सीमा अधिकार का निरादर है और रूस इस मामले में उचित कदम उठाएगा। अमेरिका, कनाडा और यूरोपीय संघ ने रूस और यूक्रेन के बीच हुए केर्च स्ट्रेट मामले को लेकर रूस पर नये प्रतिबंध लगाये हैं। नवंबर 2018 में दरअसल यूक्रेन के तीन समुद्री जहाज रूस की समुद्री सीमा में गलत तरीके से घुस आये थे।
इस मामले पर रूस विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ यूक्रेन के अधिकारियों ने नवंबर में केर्च स्ट्रेट में हुई घटना को पूरी तरह से पलट कर पेश किया है और यूरोपीय संघ भी उनका पक्ष ले रहा है, यह बेहद खेदजनक है। यूरोपीय संघ की परिषद द्वारा लिया गया यह निर्णय रूस के सीमा अधिकार के प्रति निरादर को दर्शाता है।’’ उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ ने ‘गैर जिम्मेदार' निर्णय लिया है जो यूक्रेन की 'उकसावे वाली निति' को बढ़ावा देगा तथा रूस, ब्लैक समुंद्र क्षेत्र और यूरोपीय संघ के देशों की सुरक्षा स्थिति के लिए भी जोखिम भरा होगा।
गौरतलब है कि 25 नवंबर 2018 में यूक्रेन बर्डीस्क, निकोपोल गनबोट और यनी कापू तुगबोट अवैध रूप से आज़ोव समुद्री प्रवेश द्वार से केर्च स्ट्रेट में रूसी समुद्री सीमा में घुस आये थे जिसके बाद रुसी नौसैनिकों ने यूक्रेन नौसैनिकों को रोकने का प्रयास किया था लेकिन जब वह नहीं रुके तो उनके जहाज जब्त कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। घटना के बाद अवैध तरीके से सीमा में घुस आने के लिए रूस मामला दर्ज किया गया था। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि उकसावे वाली यह घटना पूर्व नियोजित थी ताकि नया सैन्य कानून लाया जा सकें।