प्योंगयांग। दक्षिण कोरिया के उप विदेश मंत्री चौ सन हुई ने कहा है कि डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया के नेता किम जोंग उन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल ही में हुए शिखर सम्मलेन के विफल होने का कारण अमेरिका की ओर से ईमानदारी की कमी रही है। हुई ने संवाददाता सम्मलेन में शुक्रवार को कहा कि श्री किम ने वियतनाम में आयोजित हनोई सम्मेलन में वास्तविक अपेक्षाओं के साथ बैठक में हिस्सा लिया था तथा सिंगापूर सम्मलेन 2018 के दौरान हुई आम सहमति को भी अमल में लाने की उम्मीद जताई थी लेकिन अमेरिकी पक्ष राजनीतिक आकलन करता रहा और उन्होंने द. कोरिया के साथ समझौते तक पहुंचने का सुनहरा मौका गंवा दिया था।
उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्रीय समुदाय के पास अब द.कोरिया पर प्रतिबंध लगाने की कोई वजह नहीं है क्यूंकि उसने खुद ही 15 महीने तक कोई परमाणु परीक्षण नहीं करने का फैसला किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से भी स्पष्ट कदम उठाने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि असफल बातचीत के बावजूद श्री किम और श्री ट्रंप के बीच रिश्ते सामान्य है तथा द. कोरिया को उम्मीद है की उनके अच्छे रिश्तों के चलते सही समय पर द्विपक्षीय समझौता होगा।