मनीला। दक्षिणी फिलीपींस में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हो गये और आतंकवादी संगठन माउते के दो आतंकवादी मारे गए। सेना के प्रवक्ता कर्नल गैरी बेसाना ने शुक्रवार को बताया कि स्थानीय समयानुसार गुरुवार शाम करीब पांच बजे लानाओ डेल सूर प्रांत के तुबरन शहर में हुई मुठभेड़ के बाद से सेना के तीन जवान भी लापता हैं।
डेढ़ घंटे चली इस मुठभेड़ के बाद सेना ने 5.56 कैलिबर की दो राइफलों के अलावा एम 203 रॉकेट लांचर, .45 कैलिबर की एक पिस्तौल, हाथ और राइफल से चलाये जाने वाले ग्रेनेड के साथ बड़ी मात्रा में गोलियाँ भी बरामद की हैं।
बेसाना ने नाम बताये बिना तीन जवानों के मारे जाने की पुष्टि करते हुए तीन अन्य सैनिकों के गायब होने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह घटना तीन दिनों पूर्व पगवाना के नजदीक विद्रोही गुट के साथ हुई मुठभेड़ के बाद हुई है जिसमें विद्रोही गुट के दो आतंकवादियों को अलावा दो जवान भी मारे गये जबकि एक घायल हो गया था। उमर और अब्दुल्लाह माउते भाइयों की ओर से गठित गुट पूरे फिलीपींस में कई हिंसक झड़पों के लिए जिम्मेदार रहा है।
इन भाइयों ने अबू सयाफ विद्रोहियों के साथ मिलकर मारावी शहर पर 2017 के मई महीने में हमला कर दिया था। पांच महीनों तक चली इस लड़ाई में दोनों भाइयों सहित दोनों तरफ के 1200 लोग मारे गए थे जबकि इस दौरान हजारों लोगों को विस्थापन का दंश झेलना पड़ा और इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से बर्बाद हो गयी थी।
इस हमले के कुछ ही घंटों बाद फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुर्तेते ने पूरे मिनडानों में मार्शल लॉ लगा दिया था जिसे बढ़ाने के दुर्तेते के प्रस्ताव को वहाँ की कांग्रेस ने एक बार फिर से मान लिया है। अब यह मार्शल लॉ 31 दिसम्बर 2019 तक लागू रहेगा।