वाशिंगटन । अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने तय किया है कि दोनों देश उत्तर कोरिया को भड़काने वाले बड़े पैमाने वाले संयुक्त युद्धाभ्यास बंद कर देंगे। ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी के अनुसार गठबंधन के रक्षा प्रमुखों ने कोरियाई प्रायद्वीप में संपूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के कूटनीतिक प्रयासों को हासिल करने के समर्थन में यह निर्णय लिया है। पिछले वर्ष जुन में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग के बीच सिंगापुर में हुए पहले शिखर सम्मेलन के बाद दोनों देशों ने कई युद्धाभ्यासों को रद्द किया गया था। उत्तर कोरिया इन युद्धाभ्यासों को सैन्य आक्रमण की तैयारी के रूप में देखता है।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रियों ने शनिवार को फोन पर बातचीत कर फोल इगल और की रिजाल्व सीरीज के युद्धाभ्यासों को बंद करने पर सहमत हो गये।आलोचकों का कहना है कि इन युद्धाभ्यासों को रद्द करने से उत्तर कोरिया के खिलाफ अमेरिका और दक्षिण कोरिया की सैन्य सुरक्षा कमतर हो जाएगी जबकि अन्य का कहना है कि इस तरह की चिंताएं तर्कसंगत नहीं हैं। श्री ट्रंप पहले भी इन युद्धाभ्यासों के खर्च को लेकर चिंता व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने हालांकि कोरियाई प्रायद्वीप से अमेरिकी सेना हटाने को खारिज कर दिया है। कोरियाई प्रायद्वीप में फिलहाल 30,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। श्री ट्रंप और श्री किम के बीच इस सप्ताह वियतनाम की राजधानी हनोई में हुआ दूसरा शिखर सम्मेलन बिना किसी नतीजे के ही खत्म हो गया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह बातचीत से इसलिए बाहर आ गये क्योंकि उत्तर कोरिया ने सभी आर्थिक पाबंदियां हटाने की मांग की थी जबकि उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री ने कहा है कि श्री किम ने केवल पाबंदियां आंशिक रूप से हटाने की मांग की थी।