नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद भारत की ओर से सख्त कार्रवाई के संकेतों के बीच पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के अध्यक्ष फ्रांसिस्को एंटोनियो कोरटोरियल को पत्र लिखकर पाकिस्तान के खिलाफ भारत के बल प्रयोग की धमकी के परिणामस्वरूप क्षेत्र में ‘बिगड़ती सुरक्षा स्थिति’ की ओर उनका ध्यान आकर्षित किया है। कुरैशी ने अपने पत्र में कहा, यह स्थिति अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है यह स्पष्ट है कि भारत अपने गलत अनुमानों को स्थापित तथ्यों के रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहा है।
वह अपनी स्वयं की सामरिक और नीतिगत विफलताओं को छिपाना चाहता है और अपना दोष पाकिस्तान पर डालना पर डालना चाहता है। इस पत्र की एक सॉफ्ट कॉपी दिल्ली में उपलब्ध करायी गई है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि वह पहले ही संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को इस गंभीर स्थिति से अवगत करा चुके हैं और संयुक्त राष्ट्र से दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव को कम करने के लिए हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई है। उन्होंने पत्र में कहा, मैं पाकिस्तान के खिलाफ भारत के बल प्रयोग की चेतावनी के परिणामस्वरूप हमारे क्षेत्र में बिगड़ती सुरक्षा स्थिति की ओर आपका ध्यान आकर्षित करा रहा हूं।
घरेलू राजनीतिक कारणों से भारत ने जानबूझकर पाकिस्तान के खिलाफ शत्रुतापूर्ण बयानबाजी की है और माहौल को तनावपूर्ण बनाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कई सार्वजनिक बयानों में मुंहतोड़ जवाब देने की धमकी देने का आरोप भी लगाया है। कुरैशी ने कहा, इसके अलावा, भारत सरकार के वरिष्ठ सदस्य नदियों के जल को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने की धमकी दे रहे हैं। सिंधु जल संधि के तहत लंबे समय से चली आ रही कानूनी व्यवस्थाओं को बाधित करने की कोशिश की जा रही है।