जकार्ता। इंडोनेशिया के सुंडा में ज्वालामुखी में विस्फोट होने के बाद आई सुनामी में 43 लोगों की मौत हो गई है। देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी का कहना है कि 165 से अधिक लोग लापता हैं और सैकड़ों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। सुनामी से 600 से अधिक लोग घायल हो गए है।
जानकारी के अनुसार, ज्वालामुखी ने सुंडा के तटीय क्षेत्र को प्रभावित किया जिसके कारण समुद्र के अंदर की चट्टानें खिसक गईं और उसके बाद सुनामी आई। अधिकारियों ने कहा कि पानी के नीचे भूस्खलन से अनाक क्रेकटाऊ ज्वालामुखी विस्फोट के कारण लहरें पैदा होने की आशंका है।
इंडोनेशियाई नेशनल बोर्ड फॉर डिजास्टर मैनेजमेंट के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुतोपो पुरवो नुगरोहो ने एक ट्वीट में कहा, 'सुनामी का कारण भूकंप नहीं है लेकिन एक पानी के नीचे भूस्खलन से माउंट अनाक क्रैकटाऊ ज्वालामुखी विस्फोट होने की आशंका है। साथ ही पूर्णिमा के कारण ज्वार की लहरे उठ सकती है।' उन्होंने मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका जतायी है।