मुंबई। वैश्विक स्तर से मिले कमजोर संकेतों के साथ ही रिजर्व बैंक द्वारा चालू वित्त वर्ष के विकास अनुमान को कम किये जाने के दबाव में बीते सप्ताह शेयर बाजार पर बिकवाली हावी रही जिससे बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1,149.26 अंक अर्थात 2.96 प्रतिशत की गिरावट लेकर 37,673.31 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 337.65 अंक अर्थात 2.93 प्रतिशत लुढ़क कर
11,174.75 अंक पर रहा। बिकवाली के भारी दबाव में बीते सप्ताह शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स पिछले सप्ताह के मुकाबले तकरीबन तीन फीसदी लुढ़क कर 38000 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे उतर गया। निफ्टी भी तकरीबन तीन फीसदी टूटा और 11,200 अंक के नीचे रहा। बीते सप्ताह पांच में चार कारोबारी दिन बाजार में कारोबार हुआ और सभी दिन बिकवाली देखी गयी। इसमें सबसे अधिक गिरावट शुक्रवार को तब हुयी जब रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के विकास अनुमान में और कटौती कर दी।
हालांकि केन्द्रीय बैंक ने महंगाई के नियंत्रण में रहने के मद्देनजर विकास को गति देने तथा ऋण उठाव में तेजी लाने के उद्देश्य से लगातार पांचवी कार नीतिगत दरों में कटौती की लेकिन शेयर बाजार को इससे बल नहीं मिला। विकास अनुमान घटाये जाने से निवेशधारणा कमजोर हुयी और निवेशकों ने जमकर बिकवाली कर दी।