वास्तु शास्त्र में दिए निर्देशों के मुताबिक सुबह उठकर पूर्व दिशा की सारी खिड़कियां खोल दें। उगते सूरज की किरणें सेहत के लिए बहुत लाभदायक होती हैं। इससे घर के विषाणु और नकारात्मकता समाप्त हो जाती है। रात को सोते समय ध्यान दें कि आपका सिर उत्तर और पैर दक्षिण दिशा में न हो अन्यथा सिरदर्द और अनिद्रा जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गर्भवती स्त्रियों को दक्षिण-पश्चिम दिशा स्थित कमरे का इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसी अवस्था में पूर्वोत्तर दिशा या ईशान कोण स्थित बेडरूम में नहीं सोना चाहिए। इसके कारण गर्भाशय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।