दर्पण यानी आइना जिसे आमतौर लोग चेहरा देखने के लिए प्रयोग में लाते हैं दरअसल यह एक वास्तु विज्ञान का महत्वपूर्ण उपकरण भी है। वास्तु विज्ञान में वास्तुदोष दूर करने के दर्पण का इस्तेमाल बहुत ही कारगर माना गया है। दर्पण के विषय में कहा जाता है कि सुबह उठते ही इसमें कभी अपना चेहरा नहीं देखना चाहिए इससे नकारात्मक उर्जा का प्रभाव शरीर में बढ़ जाता है। ठीक इसी तरह दर्पण को घर में वास्तु के नियमों के अनुसार लगाएं तो घर में सकारात्मक उर्जा का प्रभाव बढ़ जाता है और धन एवं सुख में वृद्धि होती है। वास्तुविज्ञान के नियमानुसार दर्पण घर के पूर्व दिशा में लगा हो तो यह स्वास्थय पर अनुकूल प्रभाव डालता है। यह संतान सुख प्राप्त करने में भी सहायक माना जाता है। घर में उत्तर दिशा में खड़की और दरवाजे नहीं होने पर इस दिशा में दर्पण लगाना चाहिए इससे इस दिशा के दोष दूर होते हैं। उत्तर दिशा को कुबेर की दिशा कहा गया है जो धन के देवता माने जाते हैं।