ऐसी मान्यता है कि पीपल को प्रणाम करने और उसकी परिक्रमा करने से आयु बढ़ती है। इतना ही नहीं पीपल के पेड़ में पानी देकर उसे संचित करने वाला व्यक्ति सारे पापों से मुक्त हो जाता है। पीपल के वृक्ष की पूजा के प्रभाव से पितृदोष और सर्पदोष दूर होते हैं। साथ ही लंबी उम्र, धन-संपत्ति, संतान, सौभाग्य और शांति की प्राप्ति होती है। पीपल का पेड़ 24 घंटे आॅक्सीजन छोड़ता है जो प्राण वायु कही जाती है। पीपल की छाया सर्दियों में गर्मी और गर्मियों में सर्दी देती है। इसके पत्तों को छूने से हवा में मिले संक्रामक वायरस नष्ट हो जाते हैं। लिहाजा वैज्ञानिक दृष्टि से भी पीपल पूजनीय है।