वास्तु शास्त्र के मुताबिक स्टडी टेबल आयताकार, वर्गाकार या गोलाकार होना चाहिए। टेबल का आकार आड़ा-तिरछा होगा तो बच्चा एकाग्र नहीं हो पाएगा, कन्फ्यूज्ड रहेगा। टेबल के कोने कटे हुए नहीं होने चाहिए। उत्तरी दिशा से आने वाली ऊर्जा सकारात्मक होती है। पढ़ते समय बच्चे का चेहरा उत्तर की ओर होना चाहिए। ऐसा करने से थकान नहीं होती और कॉन्सन्ट्रेशन बना रहता है। इस दिशा को ब्लॉक न करें, घर के अंदर इस दिशा से एनर्जी को आने दें। जब आप पढ़ने के लिए बैठते हैं, आपकी पीठ के पीछे दीवार होनी चाहिए। पीठ के पीछे कोई खिड़की या ओपनिंग आपको एनर्जी सपोर्ट तो देती है, लेकिन एकाग्रता भंग करती है।