वास्तु शास्त्र के मुताबिक यदि व्यवसाय में किसी प्रकार की हानि होती है या आपके पास धन नहीं रुकता है, तो शुक्ल पक्ष की प्रथमा तिथि को अभिंत्रित कुबेर यंत्र को लाकर घर के पूजा स्थल में लाल वस्त्र में बांध कर रख दें। फिर आने वाले शुक्रवार को घर के पूजा स्थल में लाल वस्त्र पर यंत्र को स्थान दें। यंत्र को केसर का तिलक लगाकर शुद्ध घी का दीपक और चंदन की अगरबत्ती अर्पित करें। धन के देवता से प्रार्थना करें कि वह आपके (व्यवसाय या घर) धन स्थान पर मां लक्ष्मी के साथ स्थाई वास करें। कमलगट्टे की माला से 'यक्षाय श्रीं कुबेराय नम:' का 108 बार जाप करें। जाप के बाद यंत्र को स्थान दें। कुछ ही समय में आप परिवर्तन महसूस करेंगे।