लखनऊ। बाराबंकी जिला महिला अस्पताल में तैनात एक गार्ड की अमानवीय व्यवहार की वजह से जच्चा-बच्चा की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि गार्ड ने अस्पताल का गेट नहीं खोला, जिसकी वजह से प्रसूता को समय पर इलाज नहीं मिल सका। वहीं अस्पताल की डॉक्टर ने परिजनों के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। प्रसूता की मौत के बाद परिजनों ने जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
मामला बाराबंकी के जिला महिला अस्पताल का है। परिजनों का आरोप है कि बंकी के मोहम्मदपुर से वे अपनी गर्भवती बेटी का प्रसव कराने के लिए जिला महिला अस्पताल आए थे। लेकिन यहां गेट पर बैठे गार्ड ने दरवाजा नहीं खोला। उनका आरोप है कि जब परिजनों ने डॉक्टर को इलाज के लिए बुलाने के लिए कहा तो उसने उनके साथ मारपीट की।लड़की की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया। उन्होंने नारेबाजी करते हुए अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की।