लखनऊ। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने सदैव राष्ट्रीय एकता की स्थापना को अपना प्रथम लक्ष्य रखा और देश के प्रति जो मिसाल प्रस्तुत की है उसी रास्ते पर हम सब मिलकर चलें तो उनकों सच्ची श्रद्धांजलि होगी। नाईक ने शनिवार को उनके बलिदान दिवस के अवसर पर यहां डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी चिकित्सालय (सिविल अस्पताल) प्रागंण स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रति यह श्रद्धांजलि होगी कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश के प्रति जो मिसाल प्रस्तुत की है उसी रास्ते पर हम सब मिलकर चलें।
कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का मानना था कि 'एक देश में दो निशान, दो प्रधान और दो विधान' नहीं होना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि इस बात को लेकर उन्होंने सत्याग्रह भी किया था। डॉ मुखर्जी ने सदैव राष्ट्रीय एकता की स्थापना को अपना प्रथम लक्ष्य रखा। उन्होंने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में उनके जैसा सिद्धांतवादी व्यक्तित्व युवा वर्ग के लिए प्रकाश स्तम्भ के समान है।