आगरा। आगरा और दिल्ली के बीच सड़क कॉरिडोर पर सितंबर से ई-बस की शुरूआत के साथ ही डीजल बसों के भविष्य पर खतरा मंडराने लगा है। योजना के मुताबित, आगे चलकर टूर आॅपरेटर आगरा-दिल्ली के बीच सिर्फ ई-बसें ही चला पाएंगे। दिल्ली-आगरा सड़क कॉरिडोर में ई-बसों के संचालन की महत्वाकांक्षी परियोजना का केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने दो माह पूर्व ऐलान किया था। आगरा-दिल्ली कॉरिडोर के लिए वाया फरीदाबाद-मथुरा मार्ग चुना गया है। इस रूट पर पहले चरण में छह स्थानों पर बसों के चार्जिंग प्वाइंट्स बनाए जाएंगे। इसके लिए स्थानों के चयन की प्रक्रिया हो रही है। प्राथमिकता पेट्रोल पंप व होटल व ढाबों पर मौजूद जन सुविधाओं को ध्यान में रखकर दी जाएगी।
दो चार्जिंग प्वाइंट्स के बीच औसतन 30 से 40 किलोमीटर की दूरी रखी जाएगी। आगरा और दिल्ली के बीच सितंबर माह में 20 ई-बसों के संचालन की रूपरेखा बनाई है। इस संबंध में हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड व मध्य प्रदेश के सड़क परिवहन निगमों को अवगत करा दिया है। इसमें प्राइवेट सेक्टर की बसें भी संचालित हो सकेंगी। निजी बस आॅपरेटर को इसके लिए संबंधित राज्य सरकारों के परिवहन विभागों से अनुमति लेनी होगी।