अलीगढ़। दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार आतंकवाद के अभियुक्त आरिज उर्फ जुनैद को एटीएस कस्टडी रिमांड पर यूपी लेकर आएगी। उसके बाद उससे अलीगढ़ में रहने वाले उसके साथियों और लखनऊ व फैजाबाद के विस्फोटों के बारे में विस्तार से जानकारी की जाएगी। इसके लिए एटीएस के आईजी असीम अरुण ने तैयारी शुरू कर दी है। अलीगढ़ में सिमी पर प्रतिबंध लगा तो उसके सक्रिय सदस्यों ने इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ गए। इससे सह संस्थापक और एटीएस की मोस्ट वॉटेंड लिस्ट में शामिल आरिज खान उर्फ जुनैद को बुधवार को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसकी गिरफ्तारी के बाद अलीगढ़ से लखनऊ तक खलबली मच गई है।
बताया जाता है कि वर्ष 2008 में दिल्ली के बटाला हाउस मुठभेड़ में इंसपेक्टर की शहादत के बाद आरिज खान ने अलीगढ़ आकर शरण ली थी। मूलरूप से आजमगढ़ निवासी जुनैद पर लखनऊ व फैजाबाद में किए बम विस्फोट में फरार चल रहा है। अब उसकी गिरफ्तारी हुई है तो एटीएस सक्रिय हो गई है।
------------पढ़ाई के दौरान दोस्त ने दी आतंक की शिक्षा
आईएम के आतंकी जुनैद के बारे में चौंकने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि उसके दिमाग में अलीगढ़ में रहने के दौरान ही आतंक का बीज पैदा हुआ था। दरअसल आजमगढ़ का ही निवासी आतिफ भी जुनैद का दोस्त था। आजमगढ़ से दसवीं करने के बाद 11 वीं में पढ़ने के लिए अलीगढ़ आ गया। यहां पर ही उसकी मुलाकात आजमगढ़ निवासी आजमगढ़ निवासी आतिफ से हुई थी। सूत्रों का दावा है कि आतिफ ने ही उसके दिमाग में आतंकवाद का बीज बो दिया। बाद में अलीगढ़ से जुनैद और आतिफ आजमगढ़ लौट गए। वहां पर पढ़ाई शुरू कर इंजीनियरिंग तक कर डाली। लेकिन आतंकवाद का भूत सिर से नहीं उतरा। आतिफ ने उसे भड़काऊ साहित्य पढ़ाया और एक होनहार शिक्षित जुनैद को आतंकवाद में झोंक दिया।