कासगंज। जिलाधिकारी आर.पी. सिंह ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के सुदूरवर्ती अंचलों के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाया जाये। मातृत्व एवं शिशु मृत्यु दर कम करने के लिये बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराकर शत-प्रतिशत टीकाकरण कराया जाये, जिससे बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सके।
स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक में जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निदेर्शों के क्रम में निष्क्रिय आशाओं का चिन्हाकन कर सोरों व सहावर ब्लॉक की 19 निष्क्रिय आशाओं की सूची उपलब्ध करायी गयी, जिस पर जिलाधिकारी ने उक्त आशाओं को पदच्युत करने की कार्रवाई अमल में लाए जाने के निर्देश दिए। इसके आशाओं आशाओं के मानदेय के भुगतान की भी समीक्षा की गयी और निर्देश दिए गए कि आशाओं का भुगतान शत-प्रतिशत किया जाये और जिनका का भुगतान नहीं किया जा रहा है उसके समक्ष कारण की विस्तृत टिप्पणी दी जाये। रोगी कल्याण समिति में आवंटित धन के व्यय की ब्लॉकवार समीक्षा में पाया गया कि इस मद में शत-प्रतिशत धनराशि व्यय नहीं की जा रही है इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यथाशीघ्र धनराशि से वार्डों के लिए टी.व्ही. व आर.ओ. आदि क्रय किये जायें और रोगी की सुविधाओं और कल्याण को लेकर यदि कोई कमी पायी जाती है तो वो क्षम्य नहीं होगी।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला स्वास्थ्य समिति में जननी सुरक्षा योजना की विकास खण्डवार समीक्षा की गई। जिसमें पाया गया कि शत-प्रतिशत लाभार्थियों को जननी सुरक्षा योजना की धनराशि नहीं प्रदान की गयी है। इस पर जिलाधिकारी ने मार्च की समीक्षा तक शत-प्रतिशत भुगतान करने के निर्देश दिए। संस्थागत प्रसव कराने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक जागरूकता लाने के लिए भी कहा गया है। जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम तथा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों का नियमित टीकाकरण अवश्य करायें। कोई भी बच्चा टीकाकरण से नहीं छूटना चाहिये। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों में जो भी कार्य कराये जायें, उन्हें कम्प्यूटर पर तत्काल अपलोड भी किया जाए।