लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्रिमिनल्स को चेताया था कि या तो सुधर जाएं या फिर प्रदेश छोड़कर चले जाएं। जिन अपराधियों ने इनमें से कोई रास्ता नहीं अपनाया उनके लिए पुलिस की बंदूकों से गोलियां निकलनी शुरु हो गईं। लगातार यूपी से एनकाउंटर की खबरें आ रही हैं। इससे अपराधियों के दिलों में खौफ इस कदर तारी हो गया है कि वो कसमें खा-खाकर सुधर रहे हैं। ऑपरेशन क्लीन का डर अपराधियों मे इस कदर बैठा है कि वो खुलेआम अपनी जान की भीख मांगते हुए नजर आ रहे हैं।
शामली जिले के कैराना कस्बे में गुरुवार को दो लोग अपने हाथ में पोस्टर लेकर घूमते नजर आए। उस पोस्टर पर लिखा था कि, मैं भविष्य में किसी भी अपराध में शामिल नहीं रहूंगा। भविष्य में मैं कठिन परिश्रम करके रुपए कमाऊंगा। कृपया हमें माफ कर दें। दरअसल इरशाद और सालिम बाबा सगे भाई हैं। दोनों ही इलाके के कुख्यात बदमाश बताए जा रहे हैं। सालिम बाबा पर सहारनपुर के एक दारोगा की हत्या का आरोप है। जबकि इरशाद पर मर्डर समेत आठ मुकदमे चल रहे हैं. पिछले हफ्ते ही ये दोनों जेल से जमानत पर छूटे हैं।
बता दें कि यूपी अपने अपराध के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन योगी के आने के बाद यहां हालात बदले हैं। अपराधों में कमी आई है, इसका एक कारण पुलिस द्वारा बदमाशों का एनकाउंटर करना भी बताया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक यूपी पुलिस जनवरी 2018 तक 1 हजार एनकाउंटर के करीब है।