आगरा। जनलोकपाल के लिए शुरू हुए आंदोलन के अगुवा रहे समाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने मंगलवार को ताजनगरी आगरा में हुंकार भरी। यहां शहीद स्मारक पर पहुंचे अन्ना ने कहा कि अब जनलोकपाल के लिए निर्णायक लड़ाई शुरु होगी। इसी दौरान एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने उनके सामने पोस्टर लहराए।अन्ना हजारे मंगलवार को आगरा में किसानों की समस्या और जनलोकपाल मुद्दे पर जनसभा को संबोधित कर रहे हैं।
इस दौरान अन्ना हजारे ने कहा कि आजादी के 70 साल बीत गए लेकिन कहां है वह लोकतंत्र जो जो लोगों का है। 22 साल में 12 लाख लोगों ने आत्महत्या की। लोग खाने के लिए जी रहे हैं। क्या-क्या खाएं इसलिए जी रहे हैं। अन्ना ने कहा कि 25 साल की उम्र में मैने आत्महत्या की सोच ली फिर विवेकानंद की किताब मिली और जिंदगी बदल गई। फिर मैंने गांव, समाज और देश की सेवा का संकल्प लिया। इसलिए मैंने व्रत लिया कि शादी नहीं करना है। 45 साल हो गए घर गए हुए।