लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनमाष्टमी को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया है। अखिलेश ने कहा है कि प्रदेश के थानों में जन्माष्टमी पहले भी मनाई जाती थी। हमारी सरकार ने कभी इस पर रोक नहीं लगाई।
अखिलेश ने कहा कि योगी सरकार जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है। योगी के सड़क पर नमाज़ वाले बयान पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि सड़क पर तो शादी, ब्याह के उत्सव भी मनाए जाते हैं तो फिर मुस्लिमों की तरफ से नमाज़ पढ़ने के विषय पर ही सरकार की नजर क्यों है?
अखिलेश ने योगी जी सड़क की फिक्र कर रहे हैं आज सड़क पर गाय घूम रही है। एक्सप्रेस वे पर गाय छोड दी गयी है। जन्माष्टमी थाने में हमेंशा से मनायी जाती रही है, कभी किसी ने एतराज जाहिर नही किया। पिछले 100 सालों में कब जन्मष्टमी नहीं मनाई गई।
क्या कहा था योगी ने?
एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक स्थलों और कांवड़ यात्रा के दौरान लाउडस्पीकर के इस्तेमाल, सड़कों पर नमाज़ पढ़ने और पुलिस थानों में जन्माष्टमी मनाने को लेकर बड़ा बयान दिया था। सीएम योगी ने कहा था कि अगर ईद के दिन सड़क पर नमाज पढ़ने पर रोक नहीं लग सकती तो थानों में जन्माष्टमी मनाने पर भी रोक नहीं लग सकती। यही नहीं कांवड़ यात्रा के दौरान लाउडस्पीकर बजाने की छूट की वकालत करते हुए योगी ने कहा कि अगर रोक लगनी है तो हर धर्मस्थल पर लगे।